The rising sun
ये मजबूरी नहीं शौक है मेरा ,
बताती हू उस निकलती रौशनी को,
तुम से ज्यादा चमकने की चाहत है मेरी ||
मुझसे शर्मा कर छिप जाओ बादलो के पीछे,
आज फिर से मेरी जीत हुई है,
कल फिर खेलेंगे ये खेल पर मुझे
मुझे तो जीत की आदत सी हुई है ||
Birds
पंछियों को पिंजरे से आज़ाद करती हू ,
फिर देखती रहती हू उन्हें निखरते हुए,
चेहरे की व़ोह हल्की सी मुस्कराहट उन्हें कहती है ,
मेरे सपनो से ' उची' उड़ान नहीं भर पाओगे तुम ||
थक कर रुक गए हो तुम,
आज फिर से मेरी जीत हुई है,
कल फिर खेलेंगे ये खेल पर मुझे
मुझे तो जीत की आदत सी हुई है ||
2 comments:
थक कर रुक गए हो तुम,
आज फिर से मेरी जीत हुई है,
कल फिर खेलेंगे ये खेल पर मुझे
मुझे तो जीत की आदत सी हुई है ||....i also love winning moment !!
Jai Ho Mangalmay HO
Me too love the winning moments...
Even its feel boost our confidence to the peak :)
Post a Comment